
रायपुर (वनांचल न्यूज़) | सावन मास के द्वितीय सोमवार में आज हमारी टीम आपके लिए लेकर आई है महादेव घाट स्थित बाबा हटकेश्वर नाथ महादेव की अद्भुत श्रंगार वाली तस्वीर |सावन का आज दूसरा सोमवार है और इस दिन कैलाश पर शिववास होगा | सावन मास स्वयं में शिवजी को समर्पित है और प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों को विशेष कृपा प्राप्त होती है | सावन का दूसरा सोमवार विशेष होता है क्योंकि इससे पहले का पहला सोमवार उद्घाटनात्मक प्रभाव रखता है और दूसरा सोमवार साधना की गहराई को बढ़ाता है | सावन के सभी सोमवार का व्रत करने से भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा प्राप्त होती है और सभी परेशानियों व कष्टों से मुक्ति मिलती है | सावन के दूसरे सोमवार का महत्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि आज के दिन कई शुभ योगों बन रहे है, जिससे भगवान शिव की पूजा का फल कई गुना अधिक हो जाता है | आइए जानते हैं सावन के दूसरे सोमवार का महत्व, पूजा विधि, पूजन मुहूर्त
00 सावन के दूसरे सोमवार का महत्व
आज सावन माह का दूसरा सोमवार है और यह दिन शिवभक्तों के लिए विशेष रूप से पवित्र माना जाता है | हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन का प्रत्येक सोमवार श्रद्धा, संयम और शिव भक्ति से जुड़ा होता है और इस दिन व्रत-पूजन करने से भोलेनाथ की विशेष कृपा प्राप्त होती है | मान्यता है कि जो भक्त इस दिन व्रत रखकर श्रद्धा से शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र आदि चढ़ाते हैं, उन्हें जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और पाप नष्ट हो जाते हैं | साथ ही यह व्रत विवाह योग्य कन्याओं, संतान की इच्छा रखने वालों और सफलता की कामना करने वाले श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत फलदायी माना गया है | सावन सोमवार का व्रत रखकर पूजा करने से सभी ग्रहों के दोषों से मुक्ति मिलती है और ग्रहों का अनुकूल प्रभाव मिलता है |
00 सावन सोमवार पूजन मुहूर्त
आज अभिजित मुहूर्त 12:01 पी एम से 12:56 पी एम तक रहेगा | वृद्धि योग आज के दिन शाम 06 बजकर 39 मिनट तक रहेगा | आज के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग पूरे दिन रहेगा, इस योग में किया गया कोई भी कार्य हमेशा सिद्ध होता है. साथ ही इस दिन अमृत सिद्धि नामक योग भी बन रहा है, इस योग में की गई पूजा व शुभ काम का फल हमेशा अमृत के समान मिलता है | ये शुभ योग सावन के दूसरे सोमवार के दिन पूरे दिन रहने वाले हैं, जिससे शिवलिंग का जलाभिषेक किसी भी कर सकते हैं | साथ ही आज शिवजी का वास कैलाश पर रहने वाला है, जो बेहद शुभ माना जाता है |
00 सावन सोमवार की पूजा विधि
आज ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करें, सफेद रंग के स्वच्छ वस्त्र धारण करें | इसके बाद पास के शिवालय में जाकर शिवलिंग को पंचामृत से स्नान कराएं, फिर गंगाजल से साफ करें. शिवजी को 11 बेलपत्र, भांग, आक, धतूरा, अक्षत, सफेद चंदन, सफेद फूल, मौली, जनेऊ, फल और शुद्ध घी अर्पित करें | साथ ही मन ही मन ॐ नमः शिवाय मंत्र का जप करते रहें | इसके बाद घी के दीपक जलाकर शिव चालीसा का पाठ करें और शिव आरती करें | साथ ही रूद्राक्ष की माला से महामृत्युंजय मंत्र का जप करें | इसी विधि के साथ प्रदोष काल में भी शिवालय जाकर पूजा करें |
00 शिव जी के इन मंत्रों का करें जाप
पंचाक्षरी मंत्र :- ॐ नमः शिवाय
महामृत्युंजय मंत्र :- ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥
00 रुद्र गायत्री मंत्र ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि।तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
00 शिव ध्यान मंत्र ॐ शंकराय महादेवाय हराय चन्द्रचूड़ाय नमः॥
00 बीज मंत्र :- ॐ ह्रीं नमः शिवाय॥