
रायपुर (वनांचल न्यूज़) | मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार जिले में “मेरा गांव, मेरी पहचान” परियोजना की शुरुआत की गई है। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के मार्गदर्शन में जिले के 80 से अधिक ग्रामों का चयन कर प्रत्येक गांव के लिए विभागीय अधिकारियों को क्रियान्वयन अधिकारी नियुक्त किया गया है। इन अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि गांवों के सामाजिक और आर्थिक विकास के साथ-साथ शासन की योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ ग्रामीणों तक पहुंचे।
विशेष रूप से आरंग का ग्राम राखी, महिला हितैषी ग्राम के रूप में चयनित किया गया है। इसकी क्रियान्वयन अधिकारी जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुश्री शैल ठाकुर हैं। 471 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले 1,877 की आबादी वाले इस गांव में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कई महत्वपूर्ण पहलें की जा रही हैं।

ग्राम पंचायत राखी को बाल विवाह मुक्त, कुपोषण मुक्त, घरेलू हिंसा मुक्त और नशा प्रतिषेध ग्राम बनाने की दिशा में कार्य हो रहा है। “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” अभियान के तहत किशोरी बालिकाओं के लिए कौशल विकास शिविर और कानूनी अधिकार कार्यशालाएँ आयोजित की जा रही हैं। इनमें मानसिक, शारीरिक और व्यक्तिगत स्वच्छता के महत्व पर विशेष जोर दिया गया है।
अब तक गांव में बाल विवाह रोकथाम कार्यशाला, बाल संदर्भ शिविर तथा हर घर मुनगा अभियान के तहत शपथ ग्रहण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किए जा चुके हैं। आगामी समय में भी सामाजिक और शैक्षिक गतिविधियों के जरिए ग्राम पंचायत राखी को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया गया है।