
रायपुर (वनांचल न्यूज़) । समग्र शिक्षा विभाग में 1400 से अधिक पदों पर हुई भर्ती में धांधली के आरोप लगाए गए हैं। एनएसयूआई ने विभागीय कार्यालय का घेराव कर जांच सीबीआई से कराने की मांग की। जिसपर जाँच कमिटी बना दिया गया था । यह भर्ती जेम पोर्टल के माध्यम से 7 निजी कंपनियों को ठेका देकर मात्र 7 दिन में पूरी कराई गई थी।
एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे के नेतृत्व में विभागीय कार्यालय का दौरा कर रिपोर्ट जल्द जारी करने की माँग की गई। एनएसयूआई ने समग्र शिक्षा विभाग में अब तक के सबसे बड़े शिक्षा घोटाले का खुलासा किया है।
प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय के कहा कि यह घोटाला एक सुनियोजित षड्यंत्र का हिस्सा है, जिसमें 40,000 से अधिक युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया गया। अज्ञात कॉलेजों में एक ही दिन में परीक्षा कराई गई, न मेरिट सूची बनी, न अंक विवरण दिया गया, और सिर्फ ₹10 के स्टाम्प पेपर पर जबरन एग्रीमेंट करवा लिया गया।
चयन प्रक्रिया पूरी तरह अपारदर्शी रही, जिसमें केवल इंटरव्यू के आधार पर एजेंटों के ज़रिए ₹3–4 लाख लेकर नियुक्तियाँ हुईं। दस्तावेज़ों और मार्कशीटों की जांच में भारी फर्जीवाड़ा सामने आया है।
कोविड काल में सेवा देने वाले नर्सिंग, आईटी और हेल्थ ट्रेड के कर्मियों को न सरकार की 10% छूट मिली, न वरीयता। विभाग के पास सभी साक्ष्य होने के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई। फर्जी तरीके से 7 निजी कंपनियों को भर्ती का ठेका देकर अधिकारियों के रिश्तेदारों को सीधे जॉइनिंग दे दी गई।
नीरज पांडेय पांडे ने कहा कि विभाग द्वारा जाँच कमेटी तो गठित कर दी गई, लेकिन प्रक्रिया की पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की स्पष्टता अभी तक नजर नहीं आ रही है। यह जनता और विशेष रूप से युवाओं के साथ एक प्रकार की अनदेखी है।
एनएसयूआई की ओर से इस विषय में लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं, जिन पर अब तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है। इस दौरे के दौरान रिपोर्ट सार्वजनिक करने की माँग के साथ-साथ पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की माँग भी की है।
प्रदेश उपाध्यक्ष अमित शर्मा , संगठन महामंत्री हेमंत पाल , प्रदेश मीडिया चेयरमैन संकल्प मिश्रा , जिला अध्यक्ष प्रशांत गोस्वामी, रजत ठाकुर , प्रशांत चंद्राकर, पूनेश्वर लहरे , गावेश साहू , आशीष तिवारी, अमन गोस्वामी , कृष सहारे अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे ।